पानीपत सामूहिक दुष्कर्म मामला: GRP अब भी उलझन में, पीड़िता के बयान से नया मोड़; आरोपी और वारदात का डिब्बा लापता
पानीपत, हरियाणा: पानीपत के किला थाना क्षेत्र की एक महिला द्वारा लगाए गए सामूहिक दुष्कर्म के आरोपों ने राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) को गहरी उलझन में डाल दिया है। महिला ने दावा किया है कि 24 जून की रात को पानीपत रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-एक पर खड़े एक खाली रेल के डिब्बे में उसके साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म किया। हैरान करने वाली बात यह है कि दो दिन बीत जाने के बाद भी न तो आरोपियों की पहचान हो पाई है और न ही वह कथित “खाली डिब्बा” GRP को मिल पाया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, महिला 24 जून से लापता थी और उसके पति ने 26 जून को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पति ने बताया था कि आपसी झगड़े के चलते पत्नी पहले भी घर छोड़कर जा चुकी थी, लेकिन हमेशा खुद लौट आती थी।
होश में आने के बाद, पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि पति से झगड़े के बाद वह घर से निकली थी और 24 जून की रात करीब 8:30 बजे पानीपत रेलवे स्टेशन पर बैठी थी। तभी एक युवक उसके पास आया और खुद को उसके पति का दोस्त बताते हुए अपने साथ चलने को कहा। महिला के अनुसार, वह उसे प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर खड़ी ट्रेन की एक खाली बोगी में ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। थोड़ी देर बाद दो और लोग वहां पहुंचे और उन्होंने भी बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने अपने बयान में आगे बताया कि दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसे सोनीपत ले जाकर चलती ट्रेन के सामने रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया, जिससे उसका एक पैर कट गया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
हालांकि, सोनीपत में जहां महिला का पैर कटा था, वहां सीआईए जीआरपी की टीम ने एक चश्मदीद सोनू से पूछताछ की। सोनू ने अपने बयान में बताया कि 25 जून की सुबह करीब 8:30 बजे महिला ट्रैक के पास बैठी थी और अचानक उसका पैर पटरियों के बीच फंस गया और ट्रेन आने से कट गया। यह बयान सामूहिक दुष्कर्म की घटना के समय और स्थान को लेकर पुलिस की उलझन को और बढ़ा सकता है, क्योंकि यह पीड़िता के बयान से थोड़ा भिन्न है।
GRP ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन कई चुनौतियों का सामना कर रही है। अंबाला से आई सीआईए जीआरपी की टीम ने पानीपत जीआरपी के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन पर लगे 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, लेकिन 23 से 26 जून तक की फुटेज में महिला स्वयं भी दिखाई नहीं दी है।
सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जिस खाली डिब्बे में वारदात होने की बात कही गई है, वह डिब्बा GRP को अभी तक नहीं मिला है। GRP का दावा है कि प्लेटफॉर्म नंबर-एक या माल गोदाम की लाइन पर कोई खाली डिब्बा नहीं रहता है।
किला थाना प्रभारी श्रीनिवास ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म की जीरो एफआईआर दर्ज की गई है, जिसे आगे की कार्रवाई के लिए पानीपत राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) को स्थानांतरित कर दिया गया है। पानीपत GRP थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश ने बताया कि उन्हें रविवार शाम को जीरो एफआईआर मिली है और मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और जल्द गिरफ्तारी का दावा कर रही है।

