उत्तराखंड नगर निगम चुनावों में हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी
उत्तराखंड के विभिन्न नगर निगम क्षेत्रों में मतगणना के दौरान हंगामे और धांधली के आरोपों ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है। ऋषिकेश, हरिद्वार और अन्य क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है।
ऋषिकेश में भाजपा के शंभू पासवान और निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश चंद्र मास्टर के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। पांचवें राउंड के बाद शंभू पासवान अपने प्रतिद्वंदी से 3605 वोटों से आगे थे , लेकिन इस सीट को लेकर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं। इस दौरान कुछ लोगों ने मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
हरिद्वार के नगर निगम के वार्ड नंबर 33 में कांग्रेस प्रत्याशी सुनील कुमार को जीतने के बावजूद मतगणना में पुनः गिनती करने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि, हालांकि वह 5 वोटों से आगे थे, फिर भी उन्हें प्रमाणपत्र नहीं दिया गया, जबकि अन्य वार्डों के विजेताओं को प्रमाणपत्र पहले ही दे दिए गए थे।
इस दौरान कांग्रेस के नेताओं ने रिटर्निंग ऑफिसर के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि भाजपा के दबाव में उनकी जीत को नकारने की कोशिश की जा रही है। उनके मुताबिक, तीन बार गिनती के बावजूद उन्हें जीत का प्रमाणपत्र नहीं दिया गया।इन घटनाओं ने उत्तराखंड चुनावों में राजनीतिक तनाव और असमंजस पैदा कर दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन और चुनाव आयोग इस स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं।

