सरकारी नाले की ज़मीन बेचने का मामला उजागर,अवैध निर्माण ध्वस्त
अवैध निर्माण ध्वस्त, स्टांप पेपर पर हुई फर्जी खरीद का खुलासा
हल्द्वानी, नगर निगम हल्द्वानी एवं उपजिलाधिकारी प्रशासन की संयुक्त टीम ने मंगलवार को दमुवाडूंगा क्षेत्र में रकसिया नाले के चैनलाइजेशन कार्य का निरीक्षण किया। यह कार्य मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने तथा नाले के प्राकृतिक प्रवाह को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान रकसिया नाले की भूमि पर एक नया अवैध निर्माण कार्य पकड़ा गया। हैरानी की बात यह रही कि नगर निगम द्वारा पूर्व में चेतावनी जारी किए जाने के बावजूद भी निर्माण कार्य बदस्तूर जारी था। इस पर नगर आयुक्त ऋचा सिंह एवं उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूद अवैध निर्माण एवं सोक पिट (Soak Pit) को ध्वस्त करवा दिया।
अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शेष अतिक्रमण को तीन दिवस के भीतर पूरी तरह हटाया जाए। इस दौरान एक गंभीर मामला भी सामने आया, जहां नाले की सरकारी भूमि को एक व्यक्ति द्वारा स्टांप पेपर पर अवैध रूप से खरीदा गया था।
प्रशासनिक जांच में पाया गया कि यह व्यक्ति उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले का निवासी है, जिसने फर्जी तरीके से भूमि का स्वामित्व दर्शाने की कोशिश की। मौके से उत्तर प्रदेश के पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जिससे यह प्रकरण एक गंभीर भूमि धोखाधड़ी का मामला बन गया है।
उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने तहसीलदार हल्द्वानी को निर्देशित किया है कि दमुवाडूंगा क्षेत्र सहित नगर क्षेत्र की अन्य जगहों पर भी नालों एवं सरकारी भूमि पर हुए सभी अतिक्रमणों की सघन जांच की जाए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया जाए कि कहीं अन्य स्थानों पर सरकारी भूमि की फर्जी बिक्री या अवैध रजिस्ट्री तो नहीं की गई है।
उपजिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी व्यक्ति की संलिप्तता भूमि धोखाधड़ी में पाई जाती है, तो उसके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने पुनः स्पष्ट किया है कि नाले अथवा किसी भी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण, अवैध निर्माण या फर्जी तरीके से खरीद-फरोख्त पूरी तरह गैरकानूनी है और इसके विरुद्ध “शून्य सहिष्णुता” की नीति के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
