उत्तराखंड में अस्पताल बीमार
आप उत्तराखंड के मूल निवासी हों या टूरिस्ट आप का अगर स्वास्थ खराब है और आप अस्पताल दिखाने की सोच रहे हैं तो रुकिए ,अस्पताल जाने से पहले समय और दिन देख लीजिए ।उत्तराखंड में सरकारी हो या व्यक्तिगत अस्पताल यहां दिन में दो बजे बाद और तीज त्यौहार अस्पताल में डॉक्टर नही मिलते है ।अस्पताल एटेंडेड के भरोसे चलता है ।इसलिए यदि आप उत्तराखंड में है तो अपने स्वास्थ का ध्यान रखिए ,बीमार होने के लिए रविवार का दिन छोड़ कर कोई और दिन चुनिए ।
एक तीमारदार ने बताया कि “मैं दिवाली की शाम को मरीज को लेकर हल्द्वानी के प्रतिष्ठित अस्पताल में आया ,मुझे यह देख कर अचरज हुवा कि इतने बड़े अस्पताल में एक भी डॉक्टर उपलब्ध नहीं है इमरजेंसी वार्ड में ,जब शहर के अन्य अस्पतालों में पता किया तो वहां भी सारे अस्पताल वार्ड बॉय और एटेंडेट के भरोसे ही थे ”
उत्तराखंड में ज्यादा तर अस्पतालों का यही हाल है ।
