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उत्तराखंड में बहुजन समाज पार्टी ने किया पांचो सीटों पर नामांकन

असमंजस में पुलिस, खुद को पार्टी प्रत्याशी बता पहुच गए नामांकन कराने

लोकसभा चुनाव में राजनेतिक गलियारों में इन दिनों गर्मागर्मी का दौर जारी है किसी को टिकट नहीं मिल रहा तो कोई टिकट मिलने के बाद भी चुनाव लड़ने से पीछे हट जा रहा। ऐसा ही एक मामला हरिद्वार सीट का भी है। जहा बसपा द्वारा अपना प्रत्याशी घोषित करने के बाद भी अंत समय में चुनाव में भागदारी लेने से मना कर दिया, क्या कारण रहा ये तो आगामी समीकरण ही बता सकते है। वही बसपा के नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर आखिरी वक्त में बसपा के दो प्रत्याशी के आने पर गर्मागर्मी का मौहाल बना रहा।

बता दे कि बसपा ने लोकसभा चुनाव के लिए गत शुक्रवार को टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, हरिद्वार और अल्मोड़ा संसदीय सीट के प्रत्याशियों की घोषणा की थी। इनमें हरिद्वार संसदीय सीट से भावना पांडेय को पार्टी प्रत्याशी बनाया गया था। भावना पांडेय ने पिछले सप्ताह ही बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी। प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम ने उन्हें सदस्यता दिलाई थी। इससे पहले भावना पांडेय कांग्रेस व भाजपा में रही हैं। इस बीच एक बदले हुए घटनाक्रम में भावना पांडेय ने प्रत्याशी के रूप में नाम घोषित होने के अगले ही दिन बसपा छोड़ दी।

बुधवार को नामांकन के आखिरी वक्त बसपा से रामनगर के रहने वाले डॉ. आरबी चौधरी पटका धारण कर केंद्र पर पहुंचे। और अपने को बसपा का प्रत्याशी बताते हुए नामांकन के लिए अन्दर चले गए इसी बीच आधे घंटे बाद पहुचे काशीपुर के अख्तर अली महागीर खुद को बसपा प्रत्याशी बताने लगे तो पुलिस वाले असमंजस में पड़ गए। आनन-फानन में केंद्र के बाहर बैठे डॉ. चौधरी को नामांकन करने से रोक दिया। इसके बाद दोनों प्रत्याशियों के बीच काफी देर तक वार्ता हुई बाद में दोनों प्रत्याशियों के बीच सुलह समझौता होने के बाद अख्तर अली ने बसपा सिंबल से अपना पर्चा दाखिल किया। डॉ. चौधरी ने कहा कि बसपा सुप्रीमो ने उन्हें डमी प्रत्याशी के रूप में उतारा था। बाद में सिंबल के साथ पहुंचे प्रत्याशी के आने के बाद उन्होंने अपना नामांकन नहीं कराया।


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