खटीमा,उधम सिंह नगर – परिवार द्वारा किसी अन्य व्यक्ति की अन्त्योष्टि कर दी, जानिये क्या है वाकया
श्रीपुर बिचवा निवासी नवीन चंद्र पुत्र धर्मानंद भट्ट डेढ़ साल से घर से लापता था शराब की लत के कारण उसकी पत्नी और बच्चे लखनऊ में रह रहे थे 23 नवंबर को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में रुद्रपुर से रैफर किये गए एक युवक की मौत हो गई जिसका शव मोर्चरी में रखा हुआ था उसकी जेब से श्रीपुर बिचवा निवासी नवीन चंद्र का फोटो और कोरोना काल के समय का फ्री मेडिकल चेकअप का फॉर्म मिला था परिजन उसे नवीन का शव समझ कर अपने साथ ले गए और 26 नवंबर को बनबसा घाट पर उसकी अंत्योष्ठी कर दी इसी दौरान किसी परिचित ने रूद्रपुर सिडकुल में दुकान चलाने वाले नवीन के भाई केशव दत्त भट्ट से फोन कर दुकान बंद करने का कारण पूछा केशव दत्त भट्ट द्वारा बताया की नवीन के निधन के कारण दुकान बंद है यह सुनकर परिचित चौंक पड़ा उसने कहा नवीन को उसने रुद्रपुर में देखा है और नवीन जहा काम करता था उसने उस होटल में पहुंचकर परिजनों से नवीन की विडिओ कॉल में बात करा दी नवीन को जीवित देख परिजन रूद्रपुर आये और नवीन को अपने साथ खटीमा ले गए जहा उसका पुत्र क्रियाक्रम मैं बैठा था नवीन तो मिल गया लेकिन अंत्योष्ठी किसकी हुयी और कैसे नवीन की फोटो मृत युवक की जेब में थी इसकी जानकारी अभी आनी बाकि है