स्वतंत्रता सेनानी राम सिंह गढ़िया की शिलापट्ट को असामाजिक तत्वों ने तोड़ा, कांग्रेसजनों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
संवाददाता सीमा खेतवाल
बागेश्वर। जनपद के ग्राम सभा पलायन में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय राम सिंह गढ़िया जी की स्मृति में स्थापित की गई शिलापट्ट को तोड़कर सार्वजनिक शौचालय में फेंक दिए जाने की घटना से स्थानीय लोगों और कांग्रेसजनों में भारी आक्रोश है। इस घटना को देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों का अपमान बताया जा रहा है।
इस संबंध में जनपद बागेश्वर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की है कि इस शर्मनाक घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा स्वतंत्रता सेनानी की स्मृति शिला को तोड़कर सार्वजनिक शौचालय में फेंक दिया गया, जो न केवल स्वर्गीय राम सिंह गढ़िया जी का अपमान है, बल्कि यह भारत की स्वतंत्रता संग्राम की पूरी विरासत का अपमान है।
ज्ञापन में कांग्रेसजनों ने यह भी मांग की है कि इस मामले में दोषियों की तत्काल पहचान कर उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए, जिससे भविष्य में कोई इस प्रकार की हरकत करने से पहले दस बार सोचे।
कांग्रेसजनों ने जिलाधिकारी से यह भी मांग की कि स्वर्गीय राम सिंह गढ़िया जी के सम्मान में एक नई शिलापट्ट का निर्माण कर उसे ग्राम पंचायत पलायन अथवा किसी राजकीय प्रतिष्ठान में पुनः स्थापित किया जाए, ताकि उनके गौरवशाली योगदान को उचित सम्मान मिल सके और उनके परिजनों को जो मानसिक और आत्मिक पीड़ा पहुँची है, उसकी भरपाई हो सके।

