अब करायी जायेगी बागजाला में वन विभाग कि सौ हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण मुक्त
हल्द्वानी। हल्द्वानी को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग जल्द ही बागजाला में वन विभाग अभियान शुरू करने की तैयारी कर रहा है। यह अभियान इसी सप्ताह शुरू हो सकता है। वन महकमे के अनुसार, इसमें पुलिस, प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक तराई पूर्वी वन प्रभाग क्षेत्र में गौला रोखड आरक्षित वन क्षेत्र की भूमि 1978 में 64 परिवारों को कृषि कार्य हेतु लीज पर दी गई थी, इस जमीन की लीज 2008 में खत्म हो गई। 64 लीजधारकों में से अब यहां बमुश्किल पांच-छह ही रह गए हैं। नियम ये कहता है कि जब लीज खत्म हो गई तो ये भूमि वन विभाग को वापस ले लेनी चाहिए थी। लेकिन वन विभाग के अधिकारी आंखें मूंद कर बैठे रहे और कागज फाइलों में दबते चले गए। जब-जब ये मसला सुर्खियां बनता कुछ दिन जांच पड़ताल होती फिर विभाग खामोश हो जाता। वही दमुवाढूंगा क्षेत्र में भी वन विभाग लगातार आंखे बंद किये रहता है इस क्षेत्र में भी वन विभाग कि जमींन पर लगातार अतिक्रमण कर भू माफिया स्टाम्प में जमीने बेचे जा रहे है।
हल्द्वानी के तराई पूर्वी वन प्रभाग के बागजाला में सौ हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में अतिक्रमण कर कब्जा किया गया। हल्द्वानी के बनभूलपुरा, दमुवाढूंगा, बागजाला कई क्षेत्र में भूमि की स्टांप पर जमकर खरीद फरोख्त होती रहती है। बागजाला क्षेत्र को लेकर डीएम ने जांच के आदेश भी दिए थे। इन सबके बीच भी अवैध निर्माण कार्य जारी रहा जिसे बीच- बीच में वन विभाग रोकने की कोशिश भी करता रहा लेकिन फिर भी कई नए अवैध निर्माण हो गए। अब जंगलात कब्जों को हटाने की योजना बना रहा है।
बताया जा रहा है कि पहले फरवरी माह के दुसरे सप्ताह में कब्जा हटाने का कार्य किया जाना था जिसके लिए वन विभाग और जिला प्रशासन ने आवश्यक तैयारी भी पूरी कर ली थी लेकिन 8 फरवरी को हल्द्वानी बनभूलपुरा में हुए उपद्रव और कर्फ्यू लगने के मध्य नजर इसे रोक दिया गया। अब शहर की स्थिति सामान्य हो जाने के कारण, वन विभाग अभियान चलाने की योजना बना रहा है। बताया जा रहा है कि इसी सप्ताह अभियान चलाया जा सकता है।
